अरबी बोलना सीखे || Arabic for Beginners Hindi

 

Arabic Course Part No:-1 Arabic for Beginners Hindi Arabic,अरबी बोलना सीखे, free online Class



सबा अल खैर गुड मोरिंग 


मास अल खैर = गुड इवनिंग


तिस्बा अल खैर = गुड नाईट

  

कैफ हाल? क्या हाल है?


अल हमदोलिल्ला खुद का शुक्र है 


कोयस अच्छा जेन अच्छा 


अंता कैफ तुम कैसे हो ? 


अना कोयास  = मैं अच्छा हूं


अना जेन = मैं ठीक हूं 


अंता शीशमक आपका का नाम क्या है?


अना अली मेरा नाम अली है 


अंता = मतलब 

तुम/तुम्हारा/तुम्हारी/आपकी/आपका आप, के लिए उपयोग किया जाता है। 

 

अंता फ़दी? तुम खाली हो?


अना माफ़ी फ़दी मैं खाली नहीं हूँ


अना = मतलब 

मैं/मेरी/मेरा/ के लिए इस्तेमाल किया जाता है


अना मशगूल मैं बिजी हूँ।


ला, अना माफी मशगूल 

नहीं, में बिजी नही हूँ ।


तायल  = आओ 

तायल  हिना  = इधर आओ 

 

रौह = जाओ 

रोह सुक मार्किट जाओ 


रोह शारिका कंपनी जाओ 


रोह मदरसा स्कूल जाओ 


रोह मुस्तशफा हॉस्पिटल जाओ 


माफ़ी\मो/ला नहीं

  

फी = हैं

मुदीर फी मकतब मैनेजर ऑफिस मे है 

 

ला = नही

ला, मुदीर माफ़ी फी बैत 

नहीं, मैनेजर घर मे नहीं है

 

मौजूद = मौजूद हैं

वेन मौजूद सायर

गाड़ी कहाँ मौजूद है 

माफी मौजूद मुदीर मकतब 

मैनेजर ऑफिस में मौजूद नही है 


ईजलिस = बैठो

तायल सवा सवा माई ईजलिस 

आओ मेरे साथ बैठो


कुल्लू = सब

कुल्लू शये\अशिए  = सब चीज़े


सवा सवा = साथ साथ

सवा सवा यमशी  = साथ साथ चलो 


ऐश? = क्या?

ऐश मुश्किल?  क्या परेशानी है? 


शुनु? = क्या?

शुनु फी? क्या है?

मा फी शये कुछ नहीं



वैन = कहाँ

वैन मुदीरी 

मेरा मालिक कहाँ है

 

हादा = यह 

हादा मुदीरी यह मेरा बॉस है  

 

मिता = कब

मिता हाससल फुलूस माई 

मेरे पैसे कब मिलगे 

 

हादा सय्यार 

यह गाड़ी है


हादा सय्यार हग्गी

यह मेरी गाड़ी है


हग्गी माली ली

मेरा मेरी  



हादा राजुल  

यह आदमी है


हादा बैत माली  

यह मेर घर है

 

फतूर - नाश्ता 

 

अंता सव्वी फतूर?

आपने नाश्ता किया?


नाएम फतूर खलास 

हां,नाश्ता कर लिया 

 

गादाह = दोपहर का खाना

 

ला, अना माफी सव्वी आकिल गादाह 

नही, मैंने दोपहर का खाना नही खाया है

 

आशा = रात का खाना

 

नाम, अना आशा खलास आल्हिन 

हां मैंने अभी रात का खाना खा लिया है


वैन कहाँ


वैन बैत हुवा

उसका घर कहा है


वैन शारिक हुवा

उसकी कंपनी कहा है

 

ऐश शुगल अंता?

तुम क्या काम करते हो?


वेन शुगल अंता?

तुम कहाँ काम करते हो?

 

ऐश शुगल आलहीन

तुम अभी क्या काम कर रहे हो?

  


अलहिन अना  मुदर्रिस

अभी मैं टीचर हूँ

 

अंता वैन शुगल?

तुम कहाँ काम करते हो?

 

अना शुगल शारिका?

मैं कंपनी में काम करता हो?

 

अना अमल/शुगल बैत

मैं घर में काम करता हूँ।

 

शुगल = काम अमल = काम

बैत  घर 

शारिका कम्पनी 


ऐश = क्या

शुनु = क्या

सव्वी = करना


शुनु सव्वी?

क्या कर रहे हो?


आलहीन अना नोम

अभी मे सो रहा हूँ 


अंता शुनु सव्वी?

तुम क्या कर रहे हो?

 

अना शुनु सव्वी?

मैं क्या करूँ?

 

सव्वी शुगल

काम करो 

 

हुवा फादी

वह खाली है

 

अंता सव्वी शुगल 

तुम काम करो

 

अना मो सव्वी

मैं नहीं करुगा

 

लेश = क्यों

 

अंता शुनु मुश्किल ?

तुम्हें क्या परेशानी है ?


माफी मुश्किल

कोई परेशानी नहीं

 

अंता रोह

तुम जाओ।

 

लेश अना रोह

मैं क्यों जाऊं


अना माफी रोह

मैं नहीं जाउगा।


आतला बहर्रा आलहीन  

अभी बहार निकलो 

 

अल्हीन रोह

अभी जाओ।

 

अना रोह बादेन

मैं बाद में जाउगा


आलहीन अभी 

गबल = पहले

अलियौम = आज

बुकरा = कल

अकील = खाना


लजीज़ = स्वादिष्ट

 

हल्लो = स्वादिष्ट

 

जमीला = खूबसूरत (औरत)


वसीम सुंदर   (आदमी) 

 

फोक = ऊपर

ताहत = नीचें

शुफ = देखो

 

शुफ ताहत = नीचे देखो

रोह फोक  = ऊपर जाओ 

तायला ताहत = नीचें आओ  


शक्कर = बन्द

 

शक्कर बाबा = दरवाजा बन्द है

 

माफतुह = खुला हुआ


माफतुह बाबा = दरवाजा खुला है


गफल = ताला

चाबी मिफता 

वैन मिफता गफल = ताला की चाबी कहां हैं  

 

बाबा = दरवाजा

बाबा कबीर  = बड़ा दरवाजा


 

ज़दिद = नया

सायार ज़दिद = नई गाड़ी  

 

सायरती कदीम 

मेरी गाड़ी पुरानी है

 

बाबा माफतुह 

दरवाजा खुला है

 

ला बाबा शक्कर

नही दरवाज़ा बन्द है

 

कदीम = पुराना

 

हुवा बेत कदीम

उसका घर पुराना है।



मकसूद = टूटा हुआ।

 

कस्सर = टूट हुआ।

 

हास्ल = मिलगया


माफी हास्ल

नही मिला 

 

अम्सीक = पकड़ो

 

अम्सीक जनता

बैग पकड़ो

 

अम्सीक हक़ीब

बैग पकड़ो


जनता = बैग

 

हक़ीब = बैग

 

खल्ली = रहने दो / जाने दो / छोड़ो

 

बर्रा = बाहर

 

दाखल = अंदर

 

दाखिल बेत = घर के अंदर.

داخل بيت Dakhil Bait 


रक्कीब = रखना

रक्कीब फुलस = पैसे रखो


शील = उठाओ 

 

शील मिफतह

चाबी उठाओ

 

हुनक = उधर

 

हिना/हुना = इधर

 

नफ़्स = बराबर 

 

अबग =चहिए 

अना अबग = मुझे चाहिए

 

ज़रूरी = लाज़िम

अना अबगा फुलूस लाज़िम 

मुझे ज़रूरी पैसे चाहिए  

   

जीब = देना

 

माया आती = नहीं दूंगा

 

कबीर = बड़ा

 

सगीर = छोटा

 

काफीफ़ = पतला

 

खाफीफ = हलक


दुब्बा = मोटा

 

मीतीं = मोटा

 

ज़हीफ = बुढ़ा


बी सबब = वजह

 

ग़रूर = अहंकार 

 

तककब्बुर = अहंकार






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